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TUMKO MEI NA AB BULAUNGI .... तुमको मैं ना अब बुलाऊंगी .....01.10.2022
तुमको मैं ना अब बुलाऊंगी तुमको मैं ना अब बुलाऊंगी, इतनी जो चोट खाउंगी, बार बार ऐसे कैसे मैं जी पाऊँगी, रोऊंगी भी तो आखिर किसी को क्या म...
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सपने और अपने खो बैठी है सपनो की बस्ती हकीकत ने ये समझाया है, अभी समय नहीं है सपनो का अपनों का जो ख्याल आया है।...
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खबर (KHABAR) खबर ना थी, ऐसे भी दिन आएंगे, इंसान होंगे बंद पिंजरे में, पंछी उड़ते जायेंगे, (KHABAR NA THI, AISE BHI DIN AAYENGE, INSAAN HONG...
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क्या बीती होगी उस माँ पे खो के इंसानियत इंसान ने, जानवर का जो हाल किया, क्या बीती होगी उस माँ पे, जिसका आ-जन्...
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